भैरव जी का यह प्रबल वशीकरण प्रयोग है इस मन्त्र का प्रभाव प्रायः तीन से चार दिन में दिखना शुरू हो जाता है । मन्त्र इस प्रकार है ....
मन्त्र- “ॐ भ्रां भ्रां भूँ भैरवाय स्वाहा। ॐ भं भं भं अमुक-मोहनाय स्वाहा।”
मन्त्र- “ॐ भ्रां भ्रां भूँ भैरवाय स्वाहा। ॐ भं भं भं अमुक-मोहनाय स्वाहा।”
विधि - सर्वप्रथम किसी भी रविवार को १०८ बार की संख्या में भैरव जी की प्रतिमा या चित्र के सामने उपरोक्त मन्त्र का जप करें। भैरव जी को भोग लगाने के लिए काले उड़द के बने पकौड़ों का प्रयोग करें एवं जप काल में सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित करें । गुग्गुल से १०८ बार आहुतियाँ दे इस प्रकार ये मन्त्र सिद्ध हो जाता है । प्रयोग करने से पहले एक पीपल के पत्ते पर इस मन्त्र को अनार की कलम एवं केसर की स्याही से लिखकर ७ बार पढ़कर फूँक मारें एवं जिसके ऊपर प्रयोग करना है उसके घर में फ़ेंक दें या फिर घर के पिछवाड़े इस पत्ते को दबा दें । इस प्रकार तीन से चार दिनों में इच्छित व्यक्ति का वशीकरण हो जाता है।
अपने आगे की पोस्ट में मैं आपको कुछ और सिद्ध वशीकरण एवं उच्चाटन मन्त्रों से अवगत करवाऊंगा ।
भैरव प्रबल वशीकरण प्रयोग
Reviewed by Unknown
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January 20, 2013
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